कोटद्वार में निरंकारी मिशन के कैंप में रक्तदान करने को लगी होड़,
धर्म नही पंत नही एक विचारधारा है निरंकारी मिशन ,

कोटद्वार में आज 1 सितंबर का दिन खास रहा गढ़वाली टंकी धुर्वपुर स्थित एक मैदान में निरंकारी मिशन द्वारा पहले से नियोजित एक रक्तदान शिविर में बहुत से लोगों ने खुशी खुशी रक्तदान कर समाजसेवा और जनहित में एक नेक कार्य किया, संत निरंकारी मिशन हमेशा से नेक कार्यों और समाज कल्याण के लिए आगे रहा है, 1929 में हुई थी मिशन की स्थापना, संत बूटा सिंह थे पहले आध्यात्मिक गुरु (संत समागम में संतो के विचारों से प्रभावित होकर,इंसान ही इंसान के काम आता है जैसे ज्ञान से सभी लोग रक्तदान जैसे नेक काम में कोटद्वार में बढ़चढ़ के 150 से ज्यादा रक्त की यूनिट और 50 से अधिक नेत्र दान करने का संकल्प लिया आज,,,
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे निरंकार विचार धारा से प्रेरित लोगों ने आज अपना रक्तदान कर जरूरत मंदो का मन मोहा, दूरदराज से भी लोगों ने कोटद्वार आकार रक्तदान कर अपना अमूल्य योगदान दिया , राजमाता सुदीक्षा का रूप लेकर पहुंची बहन राज कुमारी का आशीर्वाद सभी लोगों ने लिया, सेवादलों में सेवक और सेविकाएं लगातार कार्यक्रम को सुचारू करने की देखरेख में लगे रहे ,लोगों के खाने की व्यवस्था में लंगर लगा रहा,
देखें तस्वीरें 👉
संत निरंकारी मिशन कोटद्वार का आध्यात्मिकता के साथ समाज सेवा का रूप देखने को मिला, सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं निरंकारी राजपिता के मार्गदर्शन में संत निरंकारी मिशन की कोटद्वार शाखा से एक ओर जहां जोनल लेवल महिला समागम का दृश्य दिखा वहीं दूसरी तरफ मानवता के कल्याणार्थ रक्तदान एवं नेत्रदान शिविर लगाए गए जिसमें निरंकारी भक्त उत्साहपूर्वक शामिल हुए। जोनल लेवल महिला समागम में सतगुरु माता जी का प्रेरणादायक संदेश देने के लिए संत निरंकारी मंडल, प्रचार विभाग के मेंबर इंचार्ज पूजनीय बहन राजकुमारी उपस्थित हुईं। उन्होंने कहा कि सतगुरु का मार्गदर्शन जीवन को आनंद और संतोष से भर देता है। जब आत्मा परमपिता परमात्मा के साथ जुड़ती है तो उसे निज घर का एहसास होता है। सतगुरु हमें सच का बोध कराते हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर लोग परमात्मा को ढूंढने के लिए दूर-दूर जाते हैं, लेकिन वास्तव में वह तो कण-कण में विराजमान हैं। पूर्ण सतगुरु हमें इस सत्य का एहसास कराते हैं कि परमात्मा सदैव हमारे साथ है और उसी के ज्ञान से जीवन में शांति और स्थिरता मिलती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार महिलाओं की भूमिका परिवार को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण होती है, ठीक इसी प्रकार महिलाओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों को भी प्रारंभ से ही संगत और भक्ति की राह पर चलने के लिए प्रेरित करें। महिला समागम के अतिरिक्त समाज कल्याण की सेवाओं के अंतर्गत रक्तदान शिविर में सम्मलित हुए श्रद्धालु भक्तों का उत्साहवर्धन करते हुए दिल्ली से आए नरेंद्र सिंह (वाइस चेयरमैन, सीपीएबी, संत निरंकारी मंडल) एवं जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने उनकी निःस्वार्थ सेवाओं की सरहाना की। समागम के दौरान संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में रक्त संग्रहित करने के लिए हिमालयन ब्लड बैंक जॉलीग्रांट और राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार के ब्लड बैंक से डॉक्टर एवं उनकी टीम उपस्थित हुई। रक्तदान शिविर में 160 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। इसके अलावा नेत्रदान शिविर में लगभग 60 अनुयायियों ने नेत्रदान का संकल्प लिया। शिविर में रक्तदान करने आए कई युवा हीमोग्लोबिन की कम मात्रा के कारण रक्तदान करने में असफल रहे। शिविर में चिकित्सकों ने युवाओं को फास्ट फूड से दूर रहने और पौष्टिक आहार ग्रहण करने की सलाह भी दी।
रक्तदान महादान