कांग्रेस की उम्मीद टूटी,पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी नहीं आए चुनावी प्रचार में
मतभेद के चलते कांग्रेस को हो सकता है नुकसान

कोटद्वार कांग्रेस में पहाड़ जैसी चुनौतियां
कोटद्वार नगर निगम चुनाव में इस बार कांग्रेस का आपसी मनमुटाव कांग्रेस के लिए बड़ी दिक्कतें पैदा कर सकता है, उत्तराखंड राज्य के ग्याराह नगर निगमों में सबसे हॉट सीट कोटद्वार की मानी जा रही है जहां एक तरफ भाजपा से 2007 के पूर्व में विधायक रहे शैलेन्द्र रावत मेयर प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं वहीं कांग्रेस ने एक मातृशक्ति रंजना रावत में दांव खेला है, जहां एक तरफ भाजपा से मेयर प्रत्याशी शैलेन्द्र रावत के चुनाव प्रचार के लिए बड़े बड़े दिग्गज चुनावी सभाओं में नजर आए चाहे कृषि और वन मंत्री सुबोध उनियाल, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल और विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण तक स्टार प्रचारक बन कर भाजपा के पक्ष में वोट मांग रहे हैं, वहीं कांग्रेस से सिर्फ पूर्व गढ़वाल लोक सभा सांसद प्रत्याशी गणेश गोदियाल और पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत ही रंजना रावत के पक्ष में वोट मांगते नजर आए ,
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आपको बता दे कांग्रेस ने पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी की लोकप्रियता और जनाधार को देखते हुए उन्हें भी स्टार प्रचारक बनाया था लेकिन वो किसी भी जन सभा और चुनावी रैलियों में नजर नहीं आए, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रंजना रावत अपनी हर सभा में उनको अपना पिता तुल्य बता कर जनता का समर्थन हासिल करने में लगी हुई हैं ,आपको बता दें पूर्व में हुए निगम और विधान सभा चुनावों में मतभेदों के चलते सभी की नाराजगियां इस नगर निगम चुनाव में नजर आने लगी हैं, कांग्रेस समर्थकों को पूरी उम्मीद थी कि कोटद्वार में विकास पुरुष के नाम से प्रसिद्ध पूर्व काबिना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी नगर निगम चुनाव में प्रचार प्रसार के लिए देर सवेर नजर आएंगे, कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता सुरेंद्र सिंह नेगी के आवास तक में हो आए लेकिन सबको निराशा हाथ लगी ,प्रचार प्रसार के लिए अब मात्र एक दिन शेष बचा है ऐसे में अब सुरेंद्र सिंह नेगी के आने की आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गई है,रंजना रावत ने अकेले ही मेयर प्रत्याशी के रूप में मैदान में डेरा डाला हुआ है,लेकिन ऐसे में सफलता पाना कहीं न कहीं चुनावी परिणामों में परेशानी खड़ी कर सकता है, वहीं पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी से संपर्क साधने में उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य संबंधी कारणों की वजह से वे राजनीतिक गतिविधियों से दूर हैं अपनी शुभकामनाएं कांग्रेस पार्टी को देते हुए उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के साथ हैं और हमेशा बने रहेंगे,